16 जून 2025 - 14:00
ईदे ग़दीर, उत्तर प्रदेश से कश्मीर तक "अली अली" की गूँज

हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व आलेहि वसल्लम ने गदीरे खुम के मौके पर इमाम अली (अ.स) को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था।  यह दिन इस्लामी इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जाता है। 

दुनिया भर में रसूले इस्लामके बिला फसल जानशीन हज़रत अली के ऐलान विलायत की याद में ईदे ग़दीर का जश्न धूमधाम से मनाया गया। दुनियाभर के मुसलमान पूरे जोश खरोश और अकीदत के साथ ईदे ग़दीर मना रहे हैं। यह महत्वपूर्ण मौका उस ऐतिहासिक दिन की याद दिलाता है जब पैगंबर हजरत मुहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि व आलेहि वसल्लम ने गदीरे खुम के मौके पर इमाम अली (अ.स) को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था।  यह दिन इस्लामी इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जाता है। 

जम्मू कश्मीर में ईद-ए-गदीर के जश्न के दौरान मरकजी इमाम बारगाह बडगाम में एक सभा आयोजित की गई. इस अवसर पर लोगों को बधाई देते हुए जम्मू कश्मीर अंजुमन शरई शियान के अध्यक्ष आगा सय्यद हसन अल-मूसवी अस-सफवी ने कहा कि यह त्यौहार हमें सिखाता है कि कैसे अली इब्न अबी तालिब (अ.) ने उत्पीड़न और दमन के खिलाफ लड़ाई लड़ी और मानवता के लिए एक मिसाल बने। 

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